लेखनी कहानी -10-Jan-2023
क्या लगता है तुम्हे,क्या
सम्मान कहीं से खोद कर निकालना है।
अरे नादान नासमझ,
जो तेरे पास है बाकी बस उसको सम्हालना है।
सोच मत कि क्या कहेंगे लोग,
मतलबी स्वार्थी नाम देगे लोग,
लोगो का क्या है तुम कामयाब तो हो जाओ
यही सलामी देगे लोग।
चाहत ये गुरुर हर कदम पर रखना,
खुद्दारी तेरी दौलत है अपना आत्मसम्मान बनाये रखना।
( चाहत)
प्रिशा
04-Feb-2023 07:57 PM
Very nice
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
11-Jan-2023 09:13 AM
बेहतरीन
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डॉ. रामबली मिश्र
10-Jan-2023 04:47 PM
बहुत खूब
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